इंडिया में लगभग 27 Million babies पैदा होते है Normal Baby का वजन 2.8 से 3 kg तक होता है । शिशु का गर्भनाल Umblical Cord अपने आप ही गिर जाता है 5 से 7 दिन के अंदर आपको अपना कोई पारंपरिक नुक्शा अर्थात तेल या कोई दवाई लगाने की जरूरत नहीं है गर्भनाल कभी-कभी ठीक होने में 18 से 21 दिन तक ले सकते हैं इस बीच आप को बच्चे को जरूर हवा में रहना देना चाहिए अर्थात गर्भनाल को जितनी हवा लगेगी उतनी जल्दी ठीक होगा अगर कभी गर्भनाल से खून निकलता है तो जो आपको जरूर से जरूर डॉक्टर को दिखाना चाहिए शिशु को मां का दूध ही पिलाना चाहिए। जिससे Baby को बीमारियां कम होती है निमोनिया नहीं होता और किसी भी तरह की बीमारियां नहीं लगती। जन्म के तुरंत 30 मिनट बाद बच्चे को हर हालत में मां का दूध पिलाना चाहिए । पहले 6 माह तक बच्चों को मां का ही दूध पिलाना चाहिए हर 3 घंटे बाद बच्चे को मां का दूध पिलाना चाहिए । बच्चे को पहले 6 माह तक दवाई आदि से दूर रखें उसे किसी भी तरह की दवाई ना दें उसे अत्यंत जरूरत पड़ने पर ही दे श्रृंगार प्रसाधन का सामान भी उस पर इस्तेमाल ना करें
hand wash is mandatory - हाथ धोना आवश्यक है
क्योंकि नवजात शिशु की इम्युनिटी बहुत कम होती है इसलिए जब भी उसे हाथ में लें तो कृपया कर हाथ धो लें जिससे बच्चे को किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन ना होने की संभावना कम रहती है । नवजात शिशु को कभी भी 5 से 7 दिन तक नहीं नहलाना चाहिए इससे बच्चों में निमोनिया होने का खतरा रहता है यह पारंपरिक नुस्खा बच्चों पर कभी नहीं आजमाना चाहिए बच्चों को केवल पोछना चाहिए हल्के गुनगुने पानी को एक बर्तन में लेकर कपड़े को हल्का सा भिगोकर उसे बच्चे को पूछना चाहिए ।
Physiological weight loss in new born babies -
न्यू बोर्न बेबी शुरू में वेट लॉस करता है 5 से 7 दिन के बीच यह बेट लॉस करता है नॉर्मल बैठ से इसका वजन थोड़ा कम होने लगता है इसमें घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि नया बच्चा वेट लॉस करता ही है इसे फिजियो लॉजिकल वेट लॉस कहते हैं।
Note- अगर बच्चे का वजन नॉरमल वेट 3KG से कम ही रहता है अर्थात अगर बच्चे का वेट 7 से 10 दिन के अंदर अंदर नॉरमल वेट रेंज तक नहीं पहुंचता है तो आपको जरूर से जरूर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र हॉस्पिटल में जाकर डॉक्टर को अच्छे को दिखाना चाहिए ।
Note- अगर बच्चा उल्टी कर रहा है जिसमें से ब्लड निकल रहा है तथा अगर बच्चा बहुत ज्यादा पीला हो गया है या बहुत ज्यादा सफेद दिख रहा है या बच्चे की पॉटी में से ब्लड निकल रहा है या बच्चा नीला दिख रहा है अगर बच्चा सुस्त लग रहा है तो आपको जरूर से जरूर बोर्न स्पेशलिस्ट डॉक्टर से सलाह या चिकित्सा करवानी चाहिए।